अंजनीगर्भ संभूत कपीन्द्र सचिवोत्तम । 'भूत पलीत जीन खयस, कचया मुसाया जलोटिया, फलोटिया ॐ आञ्जनेयाय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि। शनिवार के दिन पीपल के मूल में बैठकर दस हजार जप करने से भौतिक रोग तथा अभिचारिक कर्म समाप्त होते हैं। Lord Hanuman may be the embodiment of advantage and supernatural https://vashikaran85172.sharebyblog.com/32247169/most-powerful-sarv-karya-sidh-shabar-mantra-karya-siddhi-shabar-mantra-most-powerful-shabar-mantra-secrets